प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने 2020-2021 के सत्र से सभी सरकारी, अनुदान प्राप्त व निजी कॉलेजों में पैरेंट्स टीचर मीटिंग (पीटीएम) अनिवार्य कर दी है। प्रदेश में सबसे पहले इंदौर के होलकर कॉलेज ने इसकी शुरुआत की थी, फिर ओल्ड जीडीसी में भी पीटीएम हुई थी। अब इस प्रयोग को सफल मानते हुए विभाग ने इसे सभी कॉलेजों के लिए अनिवार्य कर दिया है।
इंदौर के 103 सहित प्रदेश के 1410 कॉलेजों में यह लागू होगी। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने अतिरिक्त संचालक और सभी प्राचार्यों को पत्र लिख दिया है। इसके साथ ही बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस के लिए छात्रों की 75 फीसदी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है।
प्राचार्यों सेे लिए सुझाव, इसके बाद किया लागू
अभी तक पीटीएम की अनिवार्यता और इसके नियम एमपी बोर्ड, सीबीएसई स्कूलों पर लागू था, लेकिन कुछ महीने पहले होलकर साइंस कॉलेज ने पीटीएम की थी। इसकी जानकारी उच्च शिक्षा विभाग को भेजी गई थी। इसके बाद भोपाल में इस पर चर्चा की। प्राचार्यों के सुझाव लिए गए। पीटीएम अनिवार्य करने के संबंध में पत्र विभाग को मिल गया है। जल्द ही ये निर्देश कॉलेजों तक पहुंच जाएंगे।
सभी विभाग हर माह करेंगे पीटीएम
ज्यादातर कॉलेजों में छात्र-छात्राओं की संख्या 500 से लेकर 9300 तक है। इसलिए इंदौर में हर कॉलेज में कोर्स के विभाग अलग-अलग समय पर पीटीएम करेंगे। हर माह पीटीएम होना है, लेकिन एक सेमेस्टर में दो और साल में चार बार पीटीएम करना जरूरी रहेगा। पीटीएम की रिपोर्ट, फोटोग्राफ और सुझाव भी शासन को भेजे जाएंगे। यही नहीं, पीटीएम में आने वाले सुझाव कॉलेज को स्टाफ काउंसिल या गवर्निंग बॉडी, जनभागीदारी समिति के माध्यम से लागू करना होंगे।